"तु और मैं"
Read this in English -:"You and Me"| English Shayari
तु शांत सा एक गहरा समुंदर!!
सकी चंचल लहरों जैसी।।
तु बेजान सा ठहरा किनारा कोई!!
मैं उसमें बेपरवाह बहती हवा जैसी।।
तु खामोश शाम कोई !!
मैं मुस्कुराती चाँद जैसी!!
समुंदर यूँ शांत न होता तो !!
हरों की कीमत किसे होती ।।
किनारा यूँ बेजान न होता !!
हवाओ की जरूरत किसे होती।।
और शामें इस तरह खामोश न होती तो !!
मुस्कुराने की आदत किसे होती।।
तु भीड़ में खोया हुआ आवाज़ कोई!!मैं तुझमे समाई हुई जिंदगी जैसी।।।